कोरबा – पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा के निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा वर्मा, डीएसपी पंकज ठाकुर के मार्गदर्शन पर थाना बांगो के अपराध क्रमांक 160/2024 धारा 331 (4) 309 (4) 310 (2) बीएनएस में फरार आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल किया गया है।प्रकरण में प्रार्थी जयेश मिश्रा पिता राजेश मिश्रा उम्र 29 वर्ष साकिन रानीरोड कोरबा का दिनांक 31.08.2024 को थाना उपस्थित आकर लिखित आवेदन प्रस्तुत कर प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराया कि यह ठेकेदारी का काम करता है, इसकी कंपनी बीपी मिश्रा एण्ड कंपनी के द्वारा ग्राम पचरा ताननदी में एनीकट निर्माण का काम चल रहा है, वहीं कैम्प भी बना है। कैंप में 2 पोकलेन,
हाईवा, 350 नग लोहे का प्लेट, 3 नग वाईब्रेटर, 5 नग 5 एचपी का पानी पंप, 1 जनरेटर, 6 टन छड़, 20 लोहे का लाईप, एंगल, 4 नग बैटरा एवं अन्य निर्माण सामाग्री रखी है तथा दो रूम स्टाफ एवं चौकीदार के लिये बनाये हैं, जिसमें सुपरवाईजर विजय साहू और चौकीदार हेमंत कुमार तंवर दोनो अलग अलग कमरे में सोते हैं, दिनांक 31.08.2024 के रात्रि करीबन 03:30 बजे इसे मोबाईल फोन से जानकारी हुआ कि 3 अज्ञात नाकाबपोश कैम्प में घुसकर चौकीदार हेमंत कुमार और सुपरवाईजर विजय साहू का हाथ बांध दिये हैं और कमरे में रखा 4 नग बैटरी, 2 पानी पंप एवं 80 नग लोहा प्लेट तथा सुपरवाईजर के रूम में बिस्तर के नीचे पर्स में रखे 14000/- रूपये को चोरी कर ले गये हैं, घटना रात्रि 12-02 बजे के बीच में करना बताया कि रिपोर्ट पर धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। पूर्व में प्रकरण के 09 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया था।आज दिनांक 15.10.2024 को मुखबीर की सूचना पर फरार आरोपी राहुल मरकाम पिता दीपक मरकाम उम्र 24 साल निवासी मेला ग्राउंड कटघोरा को पकड़कर हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपराध करना स्वीकार किया जिसमें लूट किये सामान को बिलासपुर में वाहन अशोक लीलैण्ड से सेटिंग का सामान ले जाकर बेचना बताया उक्त वाहन को जप्त किया गया है। अरोपी ने बताया कि इसको हिस्से में तीन हजार रूपये मिला था जो एक हजार रूपये को खर्च कर दिया है 2000 रूपये को पेश करने पर जप्त किया गया है। आरोपी के विरूद्ध साक्ष्य पाये जाने से आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। प्रकरण के अन्य दो मुख्य आरोपी घटना के बाद से फरार हैं जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जावेगा। उक्त मामले के निराकरण करने में सउनि ओमप्रकाश परिहार, आरक्षक अशोक खरे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।